रविवार, 2 अगस्त 2009

एक चुटकी सिंदूर

एक चुटकी सिंदूर की कीमत तुम क्या जानो राजेश बाबू......फिल्मी पर्दे पर इस डॉयलॉग को सुनकर आप भले ही हंसते हों लेकिन सचमुच एक चुटकी सिंदूर की कीमत को समझना बहुत मुश्किल है.....ये एक चुटकी सिंदूर आपके जीवन को कितना बदल देता है? ।न्यूज की भाषा में कहें तो आपके जीवन में हाई टाइड ला देता है.....अब देखिए राखी को एक चुटकी सिंदूर डालने के लिए कितना बड़ा ड्रामा रचा गया और इस ड्रामा का हिस्सा भी बने हजारों लोग......मैंने अक्सर लोगों को कहते सुना है कि .......तुम शादी के बाद बदल गए हो.....भगवान जाने इसमें कितनी सच्चाई है लेकिन अगर इसमें थोड़ी भी सच्चाई है तो आप सिंदूर की कीमत को समझ सकते हैं.....अच्छा हो या बुरा...लेकिन सिंदूर एक शख्स की जिंदगी को बदलने तक की ताकत रखता है.........क्या ये कम है? आज मेरी एक दोस्त से बात हुई उसने मुझे बताया कि उसके परिवार के सदस्य उसे कहते हैं कि तुम शादी के बाद बदल गए हो......और वो इस बात को लेकर परेशान था....कि आखिर परिवार वाले ऐसा क्यों कहते हैं.....ये सच है कि शादी के बाद लोगों में बदलाव आता है और ये गलत भी नहीं.....शादी के बाद आपका ध्यान बंटता है और आपका प्यार भी...स्वभाविक है आपकी मां, बहन औऱ अन्य रिश्तेदारों को इसकी कमी खलेगी..... आप जितना ध्यान पहले अपने परिवार वालों को देते थे उतना शादी के बाद नहीं दे पाते...कैसे देंगे....शादी एक ऐसा गठबंधन होता है जिसे चलाने के लिए आपको संभल संभल कर कदम रखना होता है....खास कर जब आप अभी-अभी इस गठबंधन का हिस्सा बने हों......ऐसे में परिवार वालों को भी ये समझना चाहिए कि शादी के बाद लड़के बदलते नहीं...ये कुछ ऐसा ही है जैसे एक औरत को जब दूसरा बच्चा होता है तो पहले बच्चे से ध्यान थोड़ा कम हो जाता है....केवल ध्यान कम होता है वो भी कुछ समय के लिए.....प्यार कम नहीं होता.....

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